इसरो ने रचा नया किर्तिमान।
क्या है IAD?
3 सितम्बर 2022
भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संस्था ने अपने अंतरिक्ष मिशन के क्षेत्र नया कदम रखा है। यह नया प्रयोग इसरो को अन्तरिक्ष अनुसन्धान के क्षेत्र में नई ऊंचाई देगा। इसरो ने एक नई प्रकार की तकनीक का सफ़ल परिक्षण किया है, जो कि इसरो के भविष्य के मंगल मिशन तथा शुक्र मिशन के लिए कारगर साबित होगा। यह तकनीक अंतरिक्ष मे रोकेट को दुसरे ग्रह की सतह पर सफ़लता पुर्वक उतरने मे मदद करेगा।
IAD के साथ रेडियो टेलीमेट्री ट्रांसमीटर (Radio Telemetry Trasmeter) और माइक्रो वीडियो इमेजिंग सिस्टम (Micro Video Imaging System) का भी परिक्षण किया गया है। इसरो के अनुसार IAD को शुरू में मोड़ा गया और रॉकेट के पेलोड-बे के अंदर रखा गया। इसके बाद लगभग 84 किलोमीटर की ऊंचाई पर IAD को फुलाया गया फिर यह रॉकेट के पेलोड हिस्से के साथ वायुमंडल में नीचे उतरा।
इस तकनिक के साथ इसरो अंतरिक्ष अनुसन्धान के क्षेत्र नये किर्तिमान हासिल करेगा। तथा इससे भारत का दबदबा अंतरिक्ष के क्षेत्र में और अधिक बड़ेगा।
Hello friends Welcome To Malakar Blog