SCO - Shanghai Cooperation Organisation - शंघाई सहयोग संगठन क्या हैं? - जाने हिंदी में'...


शंघाई सहयोग संगठन 

SCO Summit
SCO शंघाई सहयोग संगठन


नमस्कार दोस्तों, Malakar Blog में आपका स्वागत हैं।


दोस्तों अभी हाल ही में SCO Summit होने जा रही हैं। जिसमे कई देशों के राष्ट्रनायक सम्मिलित होंगे। दोस्तों आज मैं आपको इसी से जुड़ी खबर बताने वाला हूं जैसे कि SCO शंघाई सहयोग संगठन क्या हैं? और इसमें कितने देश शामिल हैं? और यह जो SCO Summit होने जा रहा हैं, यह क्यों ख़ास हैं? 
आइए विस्तारपूर्वक जानते हैं...




16 सितम्बर 2022

SCO - Shanghai Cooperation Organisation - शंघाई सहयोग संगठन क्या हैं?

शंघाई सहयोग संगठन या  Shanghai Cooperation Organisation (SCO) 8 एशियाई देशो का एक संगठन है। जिसमे चीन , रूस, कजाकिस्तान , ताजाकिस्तान , किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान तथा भारत देश आते है। 
इसकी शुरुआत सन 2001 में की गई थी। इसका मुख्यालय पेइचिंग, चीन में उपस्थित है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य रक्षा तथा विकास कार्यो के लिए चर्चा करना व इसकी रुपरेखा तैयार करना है। हाल ही में 16 सितम्बर 2022 में इसका 22वां SCO Summit का समापन हुआ। 


SCO Summit क्यों खास है?



दुनिया की लगभग 40 %  जनसंख्या इन देशो में निवास करती है तथा दुनिया की GDP का 30%  इन्ही देशो से आता है। रशिया और युक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण कई देशो को आर्थिक समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे मे दो देशो के बीच होने वाले व्यापार पर इस युद्ध का बहुत असर हुआ है। इसलिए इस समय दुनिया के सभी देशो में आपसी रिश्तो को सुधार कर और मजबूत करने की जरुरत है। इस तरह यह SCO Summit आत्यन्त महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

इस शिखर सम्मलेन में इन देशो की एशिया-प्रशांत के क्षेत्र में उपस्थिति तथा आपसी व्यापार व आर्थिक स्थिति पर चर्चा होगी, रूस-युक्रेन के बीच सेन्य संघर्ष पर भी चर्च की जाएगी। 
 

शंघाई सहयोग संगठन के 22वां शिखर सम्मलेन उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित किया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी शामिल होंगे तथा इसमे चीन और भारत के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर चर्चा होने की संभावना है। यहाँ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और चीन के राष्टपति शी जिंगपिंग से मुलाकात हो सकती है, इसके अलावा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी रशिया के राष्टपति ब्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग लद्दाख में सैन्य झड़प के बाद पहली बार समरकंद में मिल रहे हैं। दोनों ही वैश्विक नेता समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की 22वीं परिषद में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसी भी संभावना है कि पीएम मोदी और जिनपिंग द्विपक्षीय बैठक भी कर सकते हैं, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। अगर यह मुलाकात संभव हुई तो पूरी दुनिया की निगाह इसी पर होगी। 

SCO Summit: मिलेंगे PM मोदी और जिनपिंग?

एलएसी पर सीमा विवाद के बाद पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग शुक्रवार को पहली बार शंघाई शिखर सम्मेलन (एससीओ) में आमने-सामने आएंगे। हालांकि, वहां पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ या चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से अलग से मुलाकात होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, अभी तक इनसे मिलने की संभावना कम ही है। विदेश सचिव विनय मोहन ने कहा कि बैठक आगे बढ़ने के साथ ही वे प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देंगे। यूक्रेन पर रूसी हमले और ताइवान-चीन विवाद के बीच इस बैठक को अहम माना जा रहा है।

SCO बैठक में 30 से अधिक दस्तावेजों पर दस्तखत की उम्मीद है। इसमें विशेष रूप से 2023-2027 के लिए एससीओ सदस्य देशों के बीच अच्छे पड़ोसी, मित्रता और सहयोग पर आधारित एक समझौते पर हस्ताक्षर होना है। इसके अलावा क्षेत्रीय स्थिरता, सुरक्षा, सतत आर्थिक विकास सुनिश्चित करने, परिवहन लिंक को मजबूत करने और सांस्कृतिक संवाद को गहरा करने के लिए साझेदारी जैसे मुद्दों पर भी करार की उम्मीद है।

तो दोस्तों अब आप जान गए होंगे कि SCO - Shanghai Cooperation Organisation - शंघाई सहयोग संगठन क्या हैं? हिन्दी में 
 

उम्मीद है यह जानकारी और मेरी यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी तथा आपको कुछ नया जानने को मिला होगा।


यदि यह जानकारी आपको अच्छी लगी है तो मुझे comments के माध्यम से बताए।

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