TCAS: Train Collision Avoidance System In Hindi || जानिए क्या है भारतीय रेल्वे का सुरक्षा कवच हिन्दी मे

TCAS: Train Collision Avoidance System

क्या है भारतीय रेल्वे का सुरक्षा "कवच"

What is TCAS: Train Collision Avoidance System? - Malakar Blog
What is TCAS: Train Collision Avoidance System? - Malakar Blog


नमस्कार दोस्तों, Malakar Blog मे आपका स्वागत हैं। 


TCAS: Train Collision Avoidance System:-दोस्तों अभी हाल ही मे 2 जून 2023 शुक्रवार की रात उड़ीसा के बालासुर जिले बहनागा बाजार स्टेशन के पास भीषण रेल हादसा हो गया, जहां 3 ट्रेन आपस मे टकरा गई। जिसमे काफी संख्या मे जनहानी हुई है। 

जांच रिपोर्ट के अनुसार हादसे मे तकरीबन 288 यात्रियों की मृत्यु हो गई और 900 यात्री घायल हुवे। इस भीषण दुर्घटना के कारण अब रेल्वे के संचालन पर सवाल उठ खड़े हुवे है।


"इस दुर्घटना का दोषी कौन है?" "क्या इस दुर्घटना से बचा जा सकता था?" या "क्या इस रेल हादसे को टाला जा सकता था?" "भारतीय रेल्वे सुरक्षित रेल यात्रा की दिशा मे क्या कार्य कर रही हैं?" "क्या है भारतीय रेल्वे का सुरक्षा कवच?" क्या होता है TCAS: Train Collision Avoidance System जानेंगे हिन्दी में। 

आईए दोस्तों सबसे पहले हम इस खबर को विस्तार से जान लेते है - 

उड़ीसा रेल हादसा कैसे हुआ? How Odisha Train Accident Happened? 

खबर यह है कि कोलकाता और भुवनेश्वर के के बीच उड़ीसा के बालासुर जिले बहनागा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे 3 ट्रेन आपस मे टकरा गई जिसमे कोरोमंडल एक्स्प्रेस, बेंगलुरू- हावड़ा एक्स्प्रेस और एक मालगाड़ी शामिल है। 

यह हादसा कैसे हुआ?

प्रारम्भिक जांच से पता चला है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन अपनी निर्धारित गति से जा रही थी, वही बहनागा बाजार स्टेशन पर लूप लाइन पर पहले से ही मालगाड़ी खड़ी हुई थी। कोरोमंडल एक्स्प्रेस ट्रेन जिसे मेन लाइन से होकर गुजरना था वह लूप लाइन की ओर जा कर मालगाड़ी से टकरा गई। इस टक्कर से ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतार कर दूसरी ओर जा गिरे, उसी समय दूसरी ओर से बेंगलुरू- हावड़ा एक्स्प्रेस आ गई जो कि कोरोमंडल एक्स्प्रेस ट्रेन के डिब्बों से टकरा गई। 

कुछ लोगों का कहना है कि यह हादसा रेल्वे सिग्नलिंग सिस्टम मे आई खराबी के कारण हुआ है , तो कुछ लोगों का मानना है कि यह लोको पायलेट कि लपरवाही के वजह से हुआ है। 

सही कारण क्या है इस बात का पता तो CRS के द्वारा पूरी तरह से जांच करने के बाद ही चल पाएगा। 

लेकिन सवाल तो यह है कि कब तक इस तरह के हादसे होते रहेंगे? क्या इन हादसों को रोका जा सकता है? और भारतीय रेल्वे इस तरह के हादसे रोकेने के लिए क्या - क्या कार्य कर रही हैं? 


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What is TCAS: Train Collision Avoidance System?

क्या है भारतीय रेल्वे का सुरक्षा "कवच"??

साल 2002 मे Research Design & Standards Organisation(RDSO) द्वारा इस तरह के हादसों को रोकने के लिए इस सिस्टम को बनाया गया जो कि पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बना था उस समय इस system को Anti Protection System(APS) कहा गया था जिसे बाद मे बदल कर TCAS: Train Collision Avoidance System या हिन्दी मे "कवच" नाम दिया गया क्योंकि यह सिस्टम एक तरह से सुरक्षा कवच की तरह ट्रेन की रक्षा करता है। सालों कि रिसर्च और जाँचने परखने के बाद इस तकनीक को रेल्वे के सिस्टम मे लगाने कि मांग कि गई और भारत सरकार ने 2022 मे इसकी जांच कर इसे रेल्वे कि प्रणाली मे उपयोग करने के लिए मंजूरी दे दी है। अब तक यह 1000 km के रूट पर और 70 लोकमोटिव मे लगाया गया है और साल 2023 के अंत तक इस लगभग 3000 कम रूट मे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी इसे मुंबई -दिल्ली - हावड़ा मार्ग पर लगाया जा रहा है। 


क्या है यह तकनिक और यह किस तरह कार्य करती है?

भारतीय रेल्वे ने यात्रियों कि सुरक्षा को ध्यान मे रख कर और भविष्य मे इस तरह कि घटना को रोकने के लिए इस तकनीक को विकसित किया है, यह तकनीक खास कर के दो ट्रेन के आपस मे टकराने कि घटना को रोकेने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस तरह की घटना के कारण जान-माल का अधिक नुकसान होता है। 


यह भिन्न - भिन्न तरीकों से कार्य करता है जैसे - 

1. यदि कोई ट्रेन आपनी निर्धारित गति सीमा से अधिक रफ्तार से चल रही है, तब यह सिस्टम ट्रेन मे औटोमेटिक ब्रैक को अप्लाइ कर देगा जिससे कि उसकी गति धीमी हो जाती है। 

2. यदि कोई ट्रेन भूलपूर्वक रेड सिग्नल को पार कर जाए तब यह कवच प्रणाली तुरंत ही सक्रिय हो जाती है और ट्रेन मे ब्रेक लगा देती है। 

3. खराब मौसम के दौरान ट्रेन चालक को ट्रेन चलाने मे बड़ी परेशानी होती है। घने कोहरे मे ट्रेन का संचालन बहुत मुस्किल होत है , ऐसे मे यह सिस्टम चालक कि मदद करता है। 

4. यदि किस रेल लाइन पर पहले से ट्रेन खड़ी हो , तो यह कवच सिस्टम तुरंत ही लोको पाइलट को सूचित करता है। और यदि लोको पाइलट इस सूचना को प्राप्त ना कर पाए तो यह कवच सिस्टम स्वयं ही ट्रेन को धीमा कर देता है और एक निश्चित दूरी पर पहुचने के बाद यह ट्रेन को पूरी तरह से रोक देता है। जिससे कि दो ट्रेन मे टकराने कि घटना ना हो सके। 

5. कई बार किसी ऐसे रेल्वे फाटक जहा से ट्रेन दिखाई नहीं देती वहाँ कसर हादसे होते है, ऐसे मे कवच सिस्टम रेल्वे क्रॉसिंग गेट आने के पहले सूचना दे देता है और आलार्म बजने लगता है, जिससे कि सबको ट्रेन के आने कि चेतावनी मिल सके। 

6. यह सिस्टम दो ट्रेन मे चालक और ट्रेन के गार्ड के बीच संपर्क स्थापित करता है। जिससे कि एक ही ट्रैक पर उपस्थित दोनों ट्रेन के बीच एक निश्चित दूरी बना कर रखी जा सके। 


तो दोस्तों यह थी जानकारी भारतीय रेल्वे के सुरक्षा कवच के बारे मे खास जानकारी। उम्मीद है आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी और अब आप जान गए होंगे -

What is TCAS: Train Collision Avoidance System? क्या है भारतीय रेल्वे का सुरक्षा "कवच"??

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